हम चीज़ हैं (यारम) - Hum Cheez Hain (Yaaram) (Sunidhi, Clinton, Ek Thi Daayan)

Movie/Album: एक थी डायन (2013)
Music By: विशाल भारद्धाज
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: सुनिधि चौहान, क्लिंटन सेरेजो

हम चीज़ हैं बड़े काम की, यारम
हमें काम पे रख लो कभी, यारम

हो सूरज से पहले जगाएँगे
और अख़बार की सब सुर्ख़ियाँ हम गुनगुनाएँगे
पेश करेंगे, गर्म चाय भी
कोई ख़बर, आई ना पसंद, तो एन्ड बदल देंगे
हो, मुँह खुली जम्हाई पर, हम बजाएँ चुटकियाँ
धूप न तुमको लगे, खोल देंगे छतरियाँ
पीछे-पीछे, दिन भर, घर दफ़्तर में, ले के चलेंगे हम
तुम्हारी फाइलें, तुम्हारी डायरी, गाड़ी की चाबियाँ
तुम्हारी ऐनकें, तुम्हारा लैपटॉप, तुम्हारी कैप-फ़ोन
और अपना दिल, कँवारा दिल
प्यार में हारा, बेचारा दिल
और अपना दिल...

ये कहने में कुछ रिस्क है, यारम
नाराज़ न हो, इश्क़ है, यारम
हो, रात-सवेरे, शाम या दोपहरी
बंद आँखों में, ले के तुम्हें ऊँघा करेंगे हम
तकिये, चादर महके रहते हैं
जो तुम गए, तुम्हारी ख़ुशबू सूँघा करेंगे हम
हो, ज़ुल्फ़ में फ़ँसी हुई, खोल देंगे बालियाँ
कान खिंच जाए अगर, खा लें मीठी गालियाँ
चूमते चलें पैरों के निशाँ, कि उन पर और न पाँव पड़े
तुम्हारी धड़कनें, तुम्हारा दिल सुने
तुम्हारी साँस में लगी कपकपी
हाँ गजरे बुनें, जूही, मोगरा
तो कभी दिल, हमारा दिल
प्यार में हारा, बेचारा दिल
कँवारा दिल...

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