ताकत वतन की हमसे है - Taaqat Watan Ki Humse Hai (Rafi, Manna Dey, Prem Pujari)

Movie/Album: प्रेम पुजारी (1970)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: नीरज
Performed By: मो.रफ़ी, मन्ना डे

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले

पहरेदार हिमालय के हम, झोंके हैं तूफ़ान के
सुनकर गरज हमारी सीने फट जाते चट्टान के
ताकत वतन की हमसे है...

सीना है फौलाद का अपना, फूलों जैसा दिल है
तन में विन्ध्याजल का बल है, मन में ताजमहल है
ताक़त वतन की हमसे है...

देकर अपना खून सींचते देश की हम फुलवारी
बंसी से बन्दूक बनाते हम वो प्रेम पुजारी
ताकत वतन की हमसे है...

आकर हमको कसम दे गई, राखी किसी बहन की
देंगे अपना शीश, न देंगे मिट्टी मगर वतन की
ताक़त वतन की हमसे है...

खतरे में हो देश अरे तब लड़ना सिर्फ धरम है
मरना है क्या चीज़ आदमी लेता नया जनम है
ताकत वतन की हमसे है...

एक जान है, एक प्राण है सारा देश हमारा
नदियाँ चल कर थकी रुकी पर कभी न गंगा धरा
ताक़त वतन की हमसे है...

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