इब्तदा-ए-इश्क में - Ibtada-e-Ishq Mein (Mukesh, Lata, Hariyali Aur Rasta)

Movie/Album: हरियाली और रास्ता (1962)
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मुकेश, लता मंगेशकर

इब्तदा-ए-इश्क में हम सारी रात जागे
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
ओ मौला जाने क्या होगा आगे
दिल में तेरी उल्फत के बंधने लगे धागे
अल्लाह जाने...

क्या कहूँ कुछ कहा नहीं जाये
बिन कहे भी रहा ना जाये
रात भर करवट मैं बदलूं
दर्द दिल का सहा नहीं जाये
नींद मेरी आँखों से दूर दूर भागे
अल्लाह जाने...

दिल में जागी प्रीत की ज्वाला
जबसे मैंने होश संभाला
मैं हूँ तेरे प्यार की सीमा
तु मेरा राही मतवाला
मेरे मन की वीना में तेरे राग जागे
अल्लाह जाने...

तूने जब-जब आँख मिलाई
दिल से इकआवाज़ ये आई
चलके अब तारों में रहेंगे
प्यार के हम दो सौदाई
मुझको तेरी सूरत भी चांद रात लगे
अल्लाह जाने...

4 comments :

  1. शब्द और भावना ----परफेक्ट मेल ---जवाब नही--ग्रेट शैलेन्द्र्जी

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  2. इब्ताए इश्क़ में सारी रात जागे का अर्थ क्या है |

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